सर्वनाम - परिभाषा, भेद और उदाहरण

सर्वनाम वह शब्द है जो संज्ञा (व्यक्ति, स्थान, वस्तु या विचार) के स्थान पर प्रयोग किया जाता है। ये भाषा में दोहराव को कम करने, वाक्यों को संक्षिप्त और सुगम बनाने में मदद करते हैं। 

हिंदी में सर्वनाम के विभिन्न प्रकार और उनकी परिभाषाएँ निम्नलिखित हैं:


सर्वनाम की परिभाषाएँ:

व्याकरणिक परिभाषा: सर्वनाम वह शब्द है जो संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होता है। जैसे, "राम स्कूल गया। वह बहुत खुश था।" यहाँ 'वह' सर्वनाम है, जो 'राम' के स्थान पर प्रयुक्त हुआ है।

सामान्य परिभाषा: सर्वनाम वे शब्द हैं जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाते हैं, जिससे भाषा में स्पष्टता और संक्षिप्तता आती है। जैसे, "सीमा एक अच्छी छात्रा है। उसने सभी परीक्षाएं अच्छे अंकों से पास कीं।" यहाँ 'उसने' और 'सीमा' एक ही व्यक्ति को सूचित करते हैं।

शैक्षिक परिभाषा: 
सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द हैं, जो वाक्यों में सामंजस्य और प्रवाह बनाए रखते हैं। जैसे, "पुस्तकें मेज पर हैं। वे बहुत पुरानी हैं।" यहाँ 'वे' सर्वनाम है, जो 'पुस्तकें' के लिए प्रयुक्त हुआ है।

सर्वनाम के प्रकार

  1. पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronouns)
  2. निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronouns)
  3. निश्चयवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronouns)
  4. अन्यवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronouns)
  5. प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronouns)
  6. सम्बन्धवाचक सर्वनाम (Relative Pronouns)


  1. पुरुषवाचक सर्वनाम (Personal Pronouns) 

पुरुषवाचक सर्वनाम वे शब्द हैं जो किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के लिए प्रयोग होते हैं। ये सर्वनाम उन व्यक्तियों की संख्या और संबंध के आधार पर विभाजित किए जा सकते हैं। इनका प्रयोग वाक्य में कर्ता (subject) और कर्म (object) के रूप में होता है, जो भाषा में स्पष्टता और संक्षिप्तता लाता है।

पुरुषवाचक सर्वनाम के प्रकार:

एकवचन (Singular):


बहुवचन (Plural):


पुरुषवाचक सर्वनाम के उपयोग:


पुरुषवाचक सर्वनाम हिंदी वाक्यों के अर्थ को समझने और संवाद में सहयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनके उपयोग से भाषा में संक्षेप और स्पष्टता लाई जा सकती है, जिससे वाक्यों का अर्थ सही और सुगम होता है।


निजवाचक सर्वनाम (Reflexive Pronouns)

निजवाचक सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए उसी व्यक्ति या वस्तु को प्रदर्शित करने के लिए प्रयुक्त होते हैं। इन सर्वनामों का मुख्य उद्देश्य अपने को किसी कार्रवाई के प्रति कर्म या बल के रूप में प्रदर्शित करना होता है।

निजवाचक सर्वनाम के प्रकार:

एकवचन (Singular):

  • तीसरे व्यक्ति (Third Person): इन सर्वनामों के माध्यम से व्यक्ति अपने आप को या दूसरे व्यक्ति को प्रदर्शित करते हैं। उदाहरण: उसका खुद, उसका स्वयं।

बहुवचन (Plural):


निजवाचक सर्वनाम का उपयोग:


निजवाचक सर्वनाम हिंदी वाक्यों में व्यक्तिगत भावनाओं, स्वत:सेवा के अभिव्यक्ति, और आत्मसम्मान को प्रकट करने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इनका सही उपयोग करने से भाषा में व्यावसायिकता और स्पष्टता आती है, जिससे वाक्यों का अर्थ सही और साफ़ होता है।


निश्चयवाचक सर्वनाम (Demonstrative Pronouns)

निश्चयवाचक सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान को निश्चित करने के लिए प्रयुक्त होते हैं। इन सर्वनामों का प्रयोग उस व्यक्ति, वस्तु या स्थान की स्थिति या दिशा का स्पष्टीकरण करने में होता है।

निश्चयवाचक सर्वनाम के प्रकार:

एकवचन (Singular):


बहुवचन (Plural):


निश्चयवाचक सर्वनाम का उपयोग:


निश्चयवाचक सर्वनाम हिंदी भाषा में व्यक्ति, वस्तु या स्थान की स्थिति या दिशा को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनका सही उपयोग करने से वाक्यों का अर्थ स्पष्ट होता है और भाषा में सुगमता आती है।


अन्यवाचक सर्वनाम (Indefinite Pronouns)

अन्यवाचक सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो किसी व्यक्ति या वस्तु को सीमित नहीं करके सामान्य रूप से प्रदर्शित करते हैं। इन सर्वनामों का प्रयोग उस स्थिति में होता है, जब हम व्यक्ति या वस्तु की विशेषताओं को नहीं जानते हैं या जानना चाहते हैं।

अन्यवाचक सर्वनाम के प्रकार:

एकवचन (Singular):


बहुवचन (Plural):



अन्यवाचक सर्वनाम का उपयोग:


अन्यवाचक सर्वनाम हिंदी वाक्यों में अनिश्चितता को प्रकट करने और व्यक्ति या वस्तु को सामान्य रूप से प्रदर्शित करने में महत्वपूर्ण होते हैं। इनका सही उपयोग करने से भाषा में सुगमता और स्पष्टता आती है, जिससे वाक्यों का अर्थ सही और साफ़ होता है। 

प्रश्नवाचक सर्वनाम (Interrogative Pronouns)


प्रश्नवाचक सर्वनाम वे शब्द होते हैं जिनका प्रयोग प्रश्न पूछने में होता है, और वे व्यक्ति, वस्तु, स्थान या समय को संकेतित करते हैं। इन सर्वनामों का प्रयोग किसी जानकारी की खोज या प्राप्ति के लिए होता है।

प्रश्नवाचक सर्वनाम के प्रकार:

स्थान (Place):
समय (Time):

प्रश्नवाचक सर्वनाम का उपयोग:


प्रश्नवाचक सर्वनाम हिंदी भाषा में व्यक्ति, वस्तु, स्थान या समय को प्रश्न पूछने में महत्वपूर्ण होते हैं। इनका सही उपयोग करने से वाक्यों का अर्थ स्पष्ट होता है और संवाद में सही समय, स्थान या व्यक्ति की स्थिति का पता चलता है।

सम्बन्धवाचक सर्वनाम (Relative Pronouns)

सम्बन्धवाचक सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो वाक्य में दो वाक्यों को संयोजित करने के लिए प्रयुक्त होते हैं और वे व्यक्ति, वस्तु या स्थान को संकेतित करते हैं जिसकी बात की जा रही हो। इन सर्वनामों का प्रयोग उस संदर्भ में होता है जब हम किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में जानकारी देते हैं जिसका पहले से जिक्र हो रहा है।

सम्बन्धवाचक सर्वनाम के प्रकार:

व्यक्ति (Person):

वस्तु (Thing):


सम्बन्धवाचक सर्वनाम का उपयोग:


सम्बन्धवाचक सर्वनाम हिंदी भाषा में वाक्यों को संयोजित करने में महत्वपूर्ण होते हैं और व्यक्ति, वस्तु या स्थान को संकेतित करने में मदद करते हैं। इनका सही उपयोग करने से भाषा में सुगमता और स्पष्टता आती है, जिससे वाक्यों का अर्थ सही और स्पष्ट होता है। 


सर्वनाम के उपयोग:


निष्कर्ष: सर्वनाम भाषा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होकर वाक्यों को सहज, संक्षिप्त और स्पष्ट बनाते हैं। हिंदी भाषा में इनका प्रयोग वाक्य विन्यास और संवाद को सुगम बनाता है। विभिन्न प्रकार के सर्वनाम हमें यह समझने में मदद करते हैं कि भाषा में कैसे विविधता और संरचना लाई जा सकती है। सर्वनाम की उपयुक्तता और सही प्रयोग भाषा को प्रभावशाली और संप्रेषणीय बनाते हैं।

अभ्यास प्रश्न

  1. सर्वनाम की परिभाषा दीजिए।

  2. निम्नलिखित वाक्यों में सर्वनाम पहचानिए और उनका प्रकार लिखिए:
    • मैं बाजार जा रहा हूँ।
    • वह पुस्तक पढ़ रहा है।
    • तुमने खाना खाया?
    • कोई दरवाजा खटखटा रहा है।
  3. पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण दीजिए।

  4. निम्नलिखित वाक्यों में निजवाचक सर्वनाम का प्रयोग कीजिए:

    • राम ने काम किया।
    • मैंने खाना खाया।
  5. प्रश्नवाचक सर्वनाम के उदाहरण दीजिए।

  6. निम्नलिखित वाक्यों को बदलकर उनमें सम्बन्धवाचक सर्वनाम का प्रयोग कीजिए:

    • वह लड़का है। वह पढ़ाई कर रहा है।
    • यह वही पुस्तक है। मैंने इसे पढ़ा है।

उत्तर:

  1. सर्वनाम की परिभाषा: सर्वनाम वे शब्द होते हैं जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य वाक्य को संक्षिप्त और प्रभावी बनाना है।

  2. सर्वनाम पहचान:

    • मैं बाजार जा रहा हूँ। (पुरुषवाचक सर्वनाम - प्रथम पुरुष)
    • वह पुस्तक पढ़ रहा है। (निश्चयवाचक सर्वनाम)
    • तुमने खाना खाया? (पुरुषवाचक सर्वनाम - मध्यम पुरुष)
    • कोई दरवाजा खटखटा रहा है। (अनिश्चयवाचक सर्वनाम)
  3. पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    • प्रथम पुरुष: मैं, हम
    • मध्यम पुरुष: तुम, आप
    • उत्तम पुरुष: वह, वे
  4. निजवाचक सर्वनाम का प्रयोग:

    • राम ने खुद काम किया।
    • मैंने स्वयं खाना खाया।
  5. प्रश्नवाचक सर्वनाम के उदाहरण:

    • कौन, क्या, किसका, कैसे
  6. सम्बन्धवाचक सर्वनाम का प्रयोग:

    • वह लड़का है जो पढ़ाई कर रहा है।
    • यह वही पुस्तक है जिसे मैंने पढ़ा है।

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